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Showing posts from March, 2014

हम सोचते हैं (भाग 8) – होली है!!

लीजिए भई , होली आ गई। जो हमें जानते हैं उन्हें पता है कि यह हमारा सबसे पसंदीदा त्योहार है। बचपन से ही इस त्योहार नें हमें अपने आकर्षणपाश में बाँध रखा है और अभी तक हमारा इससे मोहभंग नही हुआ है। हमारे ज्यादातर मुख्य त्योहार बुराई पर अच्छाई के जीत के प्रतीक हैं और होली कोई अपवाद नही है। जिन बंधुओ के लिए किवदंतियाँ/ मिथक (बहुतों के लिए इतिहास भी) कमजोर कड़ी है उनके लिए बता देते हैं कि होली का नाम ‘ होलिका ’ नामक राक्षसी से आया है। जब हम होलिका दहन मनाते हैं तो हम सांकेतिक रूप में होलिका रूपी दुष्टता को जलाते हैं। होली का त्योहार भक्त प्रह्लाद की भक्ति का ; उसे बचाने के लिए होलिका के नाश का एवं उसके पिता (और दुष्ट असुर राजा) हिरण्यकश्यप के अत्याचारी शासन के अंत का उत्सव है। पर यह उत्सव रंगों के साथ क्यों खेला जाता है ? भगवान राम जब अयोध्या वापस आए तब भी उत्सव मना पर वह प्रकाशोत्सव था रंगोत्सव नही। तो फिर होली पर रंग क्यों ? एक धारणा है कि होली में रंग का समागम भगवान कृष्ण ने किया – राधा एवं अन्य गोपिकाओं के साथ उनका रंगरास होली के रूप में प्रसिद्ध हुआ। दरअसल कृष्ण अपने श्याम रंग से

हम सोचते हैं (भाग 7) – इंद्रधनुष

हाल ही की बात है – हम अपने घनिष्ठ मित्र के विवाह समारोह में सम्मिलित होकर बेंगलुरु (हम अभी भी बैंगलोर कहना ही पसंद करते हैं) से दिल्ली वापस लौटे थे। मध्यरात्रि में जब हमारा विमान दिल्ली की हवाईपट्टी पर उतर गया तो हमने उन शक्स को फोन मिलाया जो हमें नियमित रूप से टैक्सी सेवा प्रदान करते हैं। पता चला कि ड्राइवर से बात न हो पाने के कारण हमारी टैक्सी आ नही पाएगी - अत: हमें अपना इंतजाम इस बार स्वय ं ही करना पड़ेगा। यह कोई मुश्किल कार्य नही है और एयरपोर्ट में काफी टैक्सी सेवाएँ उपलब्ध हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि वे हमारे जेब पर कुछ ज्यादा ही भारी पड़ती हैं। खैर मध्यरात्रि में और कोई चारा भी नही था सो हमने दिल्ली पुलिस द्वारा उपलब्ध करायी गई टैक्सी सेवा ले ली। अधिकतर महानगरों में रिक्शे और टैक्सी चालकों की एक महत्वपूर्ण संख्या बिहारियों की होती है – दिल्ली उसमें कोई अपवाद नही है और शायद यहाँ ये प्रतिशत कुछ ज्यादा ही होगा कम नही। हमारे द्वारा किए गए टैक्सी का चालक भी बिहारी था। ‘ कहाँ से हैं आप ? ’ हमने पूछा। ‘ जी , बिहार से। ’ ‘ वह तो पता चल गया। बिहार में कहाँ से ? ’ ‘ बाँका। ’